सूखे की स्थिति में सोयाबीन की फसल के लिए किसानों को सुझाव


भोपाल। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक द्वारा जिले के कृषकों को सलाह दी गई है कि सोयाबीन की फसल में सूखे की स्थिति में भूमि की नमी को सरंक्षित करने के लिए वे शीघ्र अतिशीघ्र डोरा/कुलपा चलायें तथा पलवार का प्रयोग करें। साथ ही सलाह है कि अधिक समय तक वर्षा न होने पर सुविधा अनुसार सिंचाई की व्यवस्था करें एवं पोटेशियम नाईट्रेट (1 प्रतिशत)या ग्लिसरॉल/मेग्नेशियम कार्बोनेट(5 प्रतिशत) का छिड़काव करें।


वर्तमान में वर्षा का अभाव होने के कारण खरीफ फसल में किसी भी प्रकार के खरपतवारनाशी का प्रयोग न करें। आगामी दिनों में वर्षा होने के पश्चात पर्याप्त नमी की दिशा में उपयुक्त खरपतवारनाशी का उपयोग अनुशंसित मात्रा अनुसार करें।


सोयाबीन की खड़ी फसल में अनुशंसित खरपतवारनाशक जैसे-इमोझेथापायर (1.0ली/हैक्टे.-चौड़ी एवं सकरी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए) का छिड़काव करें। जिन किसानों के खेतों में केवल चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार पाये जाते हो उन्हें सलाह है कि वे क्लोरीम्यूरान इथाइल (36 ग्राम/हैक्ट.) का छिड़काव करें। जिन किसानों के खेतों में केवल सकरी पत्ती वाले खरपतवार की संख्या अधिक हो वे क्वजालोफाप इथाइल (1.0 ली/हैक्टे.) या क्वजालोफाप-पी-टेफूरील या फेनाक्सीफाप-पी-इथाइल (0.75 ली./हैक्टे.) में से किसी एक का 500 लीटर पानी के साथ फ्लड जेट या फेन नोझल का उपयोग कर समान रूप से खेत में छिड़काव करें।


मूंग की उन्नत किस्में जैसे टी.जे.एम.-3, जे.एस.-721, एम.एच-421 एवं एच.यू.एम-1 आदि का चयन कर बोनी करें। उड़द की उन्नत किस्में जैसे ए.के.यू.-96-1 की बोनी करें। बुवाई के साथ नमी को सरंक्षिम रखने के लिए हल्का पाटा अवश्य लगायें। विगत वर्ष जिन स्थानों पर सोयोबीन की फसल पर व्हाइट ग्रब का प्रकोप हुआ था वहां के किसान विशेष ध्यान दें एवं व्हाइट ग्रब के व्यस्कों को एकत्र कर नष्ट करने के लिए प्रकाश जाल अथवा फिरोमोन ट्रैप का प्रयोग करें।


15 से 20 दिन की अवस्था में चक्र भ्रंग(गर्डल बिटल) का प्रकोप होने पर ट्राइजोफास 40 ई.सी. 1 ली. पानी में घोलकर प्रति हैक्टे के मान से छिड़काव करें। फॉल आर्मी वर्म कीट का आक्रमण होने पर रासायनिक नियंत्रण के अन्तर्गत सिन्थेटिक कीटनाशकों में थायोडीकार्प 75 डब्लू.पी.1 किलोग्राम या फ्लूबैन्डामाइट 480 एस.यर. का 150 मिली या क्लोरेंटनीलीप्रोली 18.5 एस.सी. 150 मिली या इमामेक्टीन बेन्जोएट 5 एस.जी का 200 ग्राम या स्पीनोसेड 45 एस.सी. का 200 मिली/हेक्टे. उपयोग करें। कीटनाशकों का उपयोग बदल-बदलकर करना चाहिए।