ग्वालियर। इंदरगढ़ से बाबा के साथ भैंस खरीदने आया पांच वर्षीय मासूम रास्ता भटक गया और जहां वह ठहरे थे वहां से दो किलोमीटर दूर पहुंच गया। रास्ता भटकने पर मासूम सडक़ पर बैठकर रोने लगा। उसे रोते देखकर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस की डायल 100 मौके पर पहुंची और आधा घंटे की मशक्कत के बाद मासूम को परिजनों को सौंपा।
थाना प्रभारी विश्वविद्यालय रामनरेश यादव ने बताया कि इंदरगढ़ निवासी रामनारायण परिहार दो दिन पहले अपने नाती अमित के साथ भैंस खरीदने आए थे और महलगांव में अपने रिश्तेदार के घर पर ठहरे थे। जब वह रिश्तेदार के साथ किसी काम से जा रहे थे और नाती को घर पर ही छोड़ गए, लेकिन उनके निकलते ही जब इसका पता अमित को चला तो वह भी उनके पीछे भागा और डीआरडीई गेट के पास पहुंचकर रास्ता भटक गया। रास्ता भटकने पर वह सडक़ पर बैठकर रोने लगा। इसका पता चलते ही वहां से निकल रहे लोगों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम में तैनात प्रधान आरक्षक भागीरथ प्रसाद ने विश्वविद्यालय डायल 100 पर तैनात आरक्षक पवन शर्मा और पायलट राहुल राहुल शर्मा को मौके पर पहुंचकर बच्चे को उसके घर पहुंचाने के निर्देश दिए। मौके पर पहुंची डायल 100 को बच्चा सिर्फ महलगांव बता रहा था। इसके बाद वे बच्चे को लेकर महलगांव में करीब आधा घंटे तलाश के बाद परिजनों को सौंपा।