ग्वालियर। दीपावली और छट पर्व के बाद से ही ट्रेनों में सीट को लेकर को बेहद मारामारी दिखाई दे रही है। सबसे ज्यादा परेशानी मुंबई के साथ साउथ जाने वाले यात्रियों को उठना पड़ रही है। उत्कल एसप्रेस, केरला एक्सपे्रस, मंगला और पंजाब मेल में आने वाले सात दिनों में वेटिंग का आंकड़ा दो सैंकड़ा को पार करता दिखाई दे रहा है। वहीं अन्य गडिय़ों में तो एक वेटिंग तक खिसकना मुश्किल बना रहा। वहीं सेामवार को ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर दिल्ली की तरफ जाने वाली अधिकतर ट्रेनों में जाने के लिए यात्रियों का हुजूम लगा रहा। वहीं, आरक्षण कार्यालय में तत्काल में टिकट बनवाने के लिए लंबी कतार लगी रही। बता दें कि दीपावली और छट मनाने के बाद से ही लोगों का ट्रेनों से लौटना शुरू हो गया। वाराणसी, लखनऊ, केरला, मुंबई, केरला, तमिलनाडू व पुणे की तरफ जाने वाली एक भी ट्रेन में सीट खाली नहीं है जिन यात्रियों ने वेटिंग का टिकट ले रखा था, उनकी दो- चार वेटिंग भी खिसककर नीचे नहीं आ सकी। ऐसे सभी यात्री ट्रेन के आने के वक्त टिकट चेकिंग स्टाफ से एक सीट देने के गुहार लगाते रहे। अमूमन हबीबगंज से नई दिल्ली जाने वाली शतादी एक्सप्रेस और झांसी से निजामुद्दीन जाने वाली गतिमान एक्सप्रेस में अंतिम वक्त तक सीट मिल जाती थी, लेकिन दो दिन से इन ट्रेनों की वेटिंग तक कंफर्म नहीं हो सकी। यही हाल दिल्ली की तरफ जाने वाली मप्र संपर्क क्रांति, मालवा एक्सप्रेस, पंजाब मेल, छाीसगढ़ एक्सप्रेस, ताज एक्सप्रेस, पाताल कोट एक्सप्रेस, जीटी एक्सप्रेस, एपी एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस व भोपाल एक्सप्रेस का रहा।
इसी तरह तत्काल में टिकट लेने के लिए आरक्षण कार्यालय में मारामारी मची रही। लोगों ने सुबह चार बजे से ही आरक्षण कार्यालय पहुंचना शुरू कर दिया। मंगलवार को सुबह दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों में एक मिनट से भी कम समय में सीटें भर गईं।
रेल प्रशासन ने ग्वालियर से अलग- अलग रूट पर जाने वाली 25 से अधिक ट्रेनों में इमरजेंसी कोटे से दो से आठ बर्थ तक उपलध करा रखी हैं। इस कोटे से सीट पाने के लिए मंगलवार को मारामारी मची रही। एक ट्रेन के लिए 20 से 30 तक आवेदन आ रहे हैं। स्टेशन अधीक्षक पीपी चौबे ने बताया कि यात्रियों को सफर में कोई परेशानी न हो इसके लिए हम अतिरिक्त की व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं।