ग्वालियर। हे जीव संसार में अगर अपनी की गयी भूल को तुमने स्वीकार कर लिया तो तुम भगवान के समान हो गए और अगर अपनी भूल को स्वीकारा नहीं तो शैतान के समान क्योकिं आप आज दिख रहे हो तो वर्तमान में हो वर्ना पुराने लोग तो पुराण में ही मिलते हैं। जिस व्यक्ति में अच्छे गुण होते हैं वही पूज्य होकर के पूजा जाता है और जिसमें अच्छे गुण नहीं होते उसे पूजने की जगह तिरस्कार ही मिलता है इसलिए स्वयं में अच्छे गुणों संस्कारों को ही लाना होगा तभी हम समाज में सम्मान के पात्र होंगे। यह विचार आचार्यश्री विषुद्ध सागर महाराज ने शनिवार को सिकंदर कम्पू स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन मदिर में पहुचकर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
आचार्यश्री ने कहा कि धर्मात्मा बनना कठिन है क्योकिं धर्म को जाने बगैर जो धर्म करने लगते हैं ऐसे व्यक्ति धर्म पर कलंक बन जाते हैं आज के श्रावक मन्दिर जाकर सिर्फ भगवान को दिखाना चाहते कि में आ गया लेकिन ये जानने की कोशिश नहीं करते कि श्रावक द्वारा भक्ति पूर्वक सोचने मात्र से भगवान को वोध हो जाता कि श्रावक क्या चाह रहा। मंदिर समिति के धमेंद्र जैन, राजेष जैन, कोमलचंद जैन, पदमग्वालियरी, होतीलाल जैन एवं जागरण मंच ने श्रीफल चढ़ाकर आर्षवाद लिया।
आज आचार्यश्री आई, पीएस कालेज से पादविहार कर सिंकदर कम्पू पहुॅचेगे
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि शनिवार को आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज संसघ आई. पीएस कॉलेज से शिवपुरी लिंक रोड व गुडा गुड़ी से पाद विहार करते हुए सिकंदर कम्पू स्थित दिगंबर जैन मदिर पहुचे। जहां धमेंद्र जैन महेंद्र जैन के निवास पर अचार्यश्री की आहारचार्य सपंन्न हुई।
आचार्यश्री का भव्य मंगल प्रवेश आज होगा, जैन समाज करेगी भव्य आगवानी
दिगंबर जैन जागरण मंच के अध्यक्ष महेंद्र जैन, महामंत्री भूपेश जैन एवं प्रवक्ता सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि 15 दिसंबर को नया बाजार स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर से गाजेबाजे के साथ प्रात-7:30 बजे भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा निकाली जाऐगी। मंगल प्रवेश नया बाजार से शुरू होकर हुजरात रोड, दौलतगंज, पारखजी का बाड़ा, सराफा बाजार, महाराज बाड़े, मोर बाजार, दाना ओली, से होते हुए नई सडक़ स्थित तेराहपंथी धर्मशाला पहुॅचेगी। जैन समाज के लोगा अपने निवास, प्रतिश्ठानो पर रंगोली सज्जकर और स्वागत गेट लगाकर आचार्यश्री की आगवानी करेगे। शोभायात्रा तेराहपंथी पहॅुचने पर दीप प्रज्वलित, शास्त्र भेंट, पद प्रक्षालन एवं आचार्यश्री के मंगल प्रवचन होगे।
प्रवेश में बुलेट, हाथी, घोडे, बग्गी व महिलाओ का जयघोष बैंड होगा सम्मलित
आचार्यश्री के मंगल प्रवेष में युवा टीम बुलेट गाडी पर जैन ध्वज लहराएंगे। गजराज हाथी और बग्गिया, घोडे और महिलाओ और पुरुषो का जयघोश बैंड आकर्षित रहेगा। डी.जे और बैंड, ढोल ताजे के साथ महिलाऐ सिर पर पगड़ी बाधकर डाडिया नृत्य करती हुई चलेगी। पूरे रास्ते भर जैन समाज के लोगा आचार्यश्री के चरणो का प्रक्षालन कर आरती उतारकर आर्शीवाद लेगे।