ग्वालियर। पूरे प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। इसका असर आम जनजीवन पर भी पड़ा है। ग्वालियर में धुंध के चलते वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्वालियर के मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक, शनिवार को सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है। साथ ही रात के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। इसका कारण बर्फ से ढक़े पहाड़ों से आने वाली उत्तरी हवा होगी। इतना ही नहीं, दिन में उत्तरी हवा चलने से लोग ठिठुरन का अहसास करेंगे। मौसम विभाग के अनुसार, शहर में 3 दिन घने कोहरे का असर रहेगा। इस साल अभी तक सीजन में सिर्फ एक ही दिन घना कोहरा छाया था। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के मुताबिक राजस्थान के ऊपर बने प्रेरित चक्रवात का असर खत्म हो चुका है। इससे अब बादल छट जाएंगे। बादल छटते ही अगले 24 घंटे के दौरान रात के तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट आएगी। इससे सर्दी बढ़ेगी, साथ ही कोहरा छाएगा। गत दिवस शहर में हुई बूंदाबांदी के बाद शनिवार को अचानक ठंड बढ़ गई। दिन भर बादल छाए रहे, भगवान सूर्यदेव बादलों में छिपे अटख्ेालियां करते रहे। धूप न निकलने से दिन के तापमान में गिरावट आई और दिन भर ठंडी हवाएं चलती रहीं।
वहीं, जिले में आगामी तीन से चार दिन तक तापमान में और भी गिरावट आने की संभावना है। सुबह अचानक आसमान में घने बादल छा गए तथा ग्रामीण क्षेत्र जैसे मुरार, घाटीगांव और भितरवार में बंूदाबांदी होने लगी। दिन भी मैदानी इलाकों में कोहरे का प्रभाव देखने को मिला। इससे तापमान में और गिरावट आ गई। ठंड के प्रभाव से दिन में भी कड़ाके सर्दी का अहसास होता रहा। पूरे दिन भर भगवान भास्कर घने बादलों में छुपे रहे। वहीं पूरे दिन भर लगभग आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलती रहीं। आर्द्रता भी करीब 72 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई। ग्वालियर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 09 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
गर्म कपड़ों में भी लग रही ठंड
सर्दी बढऩे से लोग दिन में भी गर्म कपड़े और टोपी या मफलर बांधकर ही घरों से निकले, यहां तक कि शहर के कई क्षेत्रों में दिन में लोग सडक़ों व चौराहों पर निजी अलाव जलाकर सर्दी दूर करते दिखाई दिए। अभी यह स्थिति कुछ दिनों तक ऐसे ही बनी रहने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि शनिवार से तापमान में अभी और गिरावट आएगी।