खुशियों की दास्तां: डिस्पोजल पेपर कप औद्योगिक इकाई से 6 लोगों को मिला रोजगार 

ग्वालियर। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना दिव्यांग पियूष गर्ग एवं अन्य पाँच जरूरतमंदों की रोजगार का साधन बनी है। पियूष गर्ग ने योजना का लाभ लेकर "डिस्पोजल पेपर कप" निर्माण की औद्योगिक इकाई शुरू की। इस व्यवसाय से उन्हें प्रतिमाह 40 हजार की शुद्ध अतिरिक्त आमदनी हो रही है। ग्रेजुएशन किए हुए पियूष गर्ग के परिवार में पहले से ही पुरानी छावनी ग्वालियर में पुस्तैनी स्टोन कटिंग का व्यवसाय संचालित है। लेकिन वे ऐसा व्यवसाय शुरू करना चाहते थे जिससे उनकी विकलांगता स्वरोजगार में आड़े न आए और अन्य जरूरतमंदों को भी रोजगार दे सकें। 
पियूष ने इस संबंध में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र ग्वालियर के अधिकारियों से संपर्क कर डिस्पोजल पेपर बनाने की औद्योगिक इकाई शुरू करने की जानकारी ली। केन्द्र के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ लेकर "डिस्पोजल पेपर कप" की इकाई शुरू कर सकते हैं। इसके लिए योजना के तहत आवेदन करना होगा। इस प्रकार पियूष गर्ग को योजना के अंतर्गत 20 लाख का ऋण पंजाब नेशनल बैंक विनयनगर ग्वालियर से स्वीकृत हुआ। जिससे औद्योगिक इकाई शुरू हो सकी। योजना में उन्हें 4 लाख 24 हजार की अनुदान राशि का भी लाभ मिला। योजना का लाभ लेकर डिस्पोजल पेपर कप इकाई शुरू की। जिससे पाँच अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। 
उन्होंने बताया कि उनकी इकाई द्वारा निर्मित डिस्पोजल पेपर कप 65 एवं 85 एमएल आकार के आधुनिक मशीनों से बनाए जा रहे हैं। एक कप बनाने पर 20 से 25 पैसे खर्च होते हैं। डिस्पोजल कप बनाए जाने हेतु कच्चे माल के रूप में कागज यूपी एवं हरियाणा से मंगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा निर्मित डिस्पोजल पेपर कप की गुणवत्ता अच्छी होने एवं आकर्षक दिखने के कारण ग्वालियर सहित अन्य आस-पास के जिलों में भी काफी मांग है। श्री पियूष का कहना है कि शासन की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना शिक्षित बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने में काफी सहायक है और इस योजना का लाभ लेकर वे बेरोजगारी से मुक्त हुए हैं। 
उपसंचालक, अनूप सिंह भारतीय