प्रसूति गृह बिरलानगर के नवीन भवन का निर्माण शीघ्र शुरू करें: तोमर 

ग्वालियर। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि प्रसूति चिकित्सालय बिरलानगर के नवीन भवन का निर्माण शीघ्र शुरू हो सके, इसके लिए सभी तैयारियां एवं व्यवस्थायें करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री तोमर ने उक्त आशय के निर्देश सोमवार को प्रसूतिगृह बिरलानगर की रोगी कल्याण समिति की आयोजित बैठक में दिए। 
बैठक में पार्षद  कल्लू दीक्षित, एसडीएम प्रदीप तोमर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मृदुल सक्सेना, प्रसूति गृह की प्रभारी डॉ. सुप्रिया रोहित, लोक निर्माण एवं पीआईयू सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। 
श्री तोमर ने रोगी कल्याण समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रसूताओं की विभिन्न प्रकार की जांच की सुविधा चिकित्सालय में ही मिले, इसके लिए दो बायोकेमिस्ट्री मशीनें, हीमोटोलॉजी एवं सीबीसी और एनालाइजर की व्यवस्था शीघ्र की जायेगी। जिससे प्रसूताओं को विभिन्न जांचों के लिए सिविल चिकित्सालय एवं अन्य स्थानों पर नहीं जाना पड़ेगा। श्री तोमर ने प्रसूति चिकित्सालय बिरलानगर को वर्ष 2012 से वर्ष 2019 तक शासन से विभिन्न मदों में प्राप्त राशि की आय-व्यय एवं कार्यों पर व्यय की गई राशि की जानकारी स्वीकृति सहित 15 दिवस के अंदर चिकित्सालय प्रभारी को देने के निर्देश दिए। 
श्री तोमर ने निर्देश दिए कि तेज सर्दी को ध्यान में रखते हुए प्रसूताओं के वार्डों में रूम हीटर भी लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर सुविधायें प्राप्त हों तथा जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए रोगी कल्याण समिति की आय में भी बढ़ोत्तरी हो। इसके लिए लोगों से संपर्क कर रोगी कल्याण समिति को सहयोग करने का आग्रह भी करें। 
श्री तोमर ने कहा कि बिरलानगर में 8 करोड़ 38 लाख की लागत से स्वीकृत 50 बिस्तरों वाला चिकित्सालय भवन का निर्माण कार्य की सभी प्रक्रियायें पूर्ण की जाएं, जिससे चिकित्सालय भवन का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। इसके लिए उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 
उन्होंने प्रसूति गृह के भवन में आवश्यक मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के कार्य तत्काल शुरू करने के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। श्री तोमर ने प्रसूति गृह में स्वीकृत पदों एवं कार्यरत पदों की समीक्षा करते हुए एनीथीसिया के चिकित्सक की पूर्ति करने के निर्देश दिए और पोलीक्लीनिक ग्वालियर में पदस्थ चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों की भी समीक्षा की।