स्व. डॉ विश्वास पापरीकर की स्मृति में ब्लड डोनेशन के साथ लिया नेत्रदान का संकल्प

ग्वालियर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व महापौर स्वर्गीय डॉक्टर रघुनाथ पापरीकर के ज्येष्ठ पुत्र डॉ. विश्वास पापरीकर का स्वर्गवास 23 नवंबर 2019 को हो गया था। डॉक्टर विश्वास पापरीकर ने अपने पिता के साथ चिकित्सालय पर बैठकर रोगियों की सेवा का कार्य निस्वार्थ भाव से संपादित किया। वह भी पिता के भांति प्रसिद्ध चिकित्सक रहे और अंतिम क्षणों तक आने वाले रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं देते रहे। 
साथ ही कई सामाजिक संस्थाओं प्रतिष्ठानों से जुड़े थे जैसे - कस्तूरबा गांधी विश्रांति भवन न्यास एवं मध्य प्रदेश मूक वधिर कल्याण संस्था आदि। पूर्व में रेलवे बोर्ड वह अक्षय उर्जा समिति के सदस्य भी रहे ।
पारिवारिक गुणों के कारण हमेशा दरिद्र दीन दुखियों की सेवा में सर्वोपरी रहे और कभी भी किसी भी मरीज को किसी भी समय आने पर अपनी चिकित्सीय सेवाओं से उसे निरोगी बनाने का प्रयास किया। इसी भावना के साथ अपनी अपनी इच्छा अनुसार अंतिम समय में अपनी आंखों का दान भी दे दिया। जिससे किसी जरूरत मंद को जीवन में रोशनी प्राप्त हो सके। आपकी भावनाओं को ध्यान रखते हुए परिवारजनों की ओर डॉ. विश्वास की त्रयोदशी के दिन 5 दिसंबर 2019 को निज निवास स्थित डॉ. पापरीकर चिकित्सालय पर भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया है तथा इसी दिन परिवार जन के सदस्य अपने नेत्रदान करने का संकल्प पत्र भरेंगे इसी दिन डॉ रघुनाथ पापरीकर की पत्नी स्व. श्रीमती लीला ताई पापरीकर की 97वीं जयंती है। 
रेडक्रॉस के मार्गदर्शन मैं उनके भाई अभय पापरीकर सहित पुत्र तुशार पापरीकर परिवार अन्य सदस्य ब्रिगेडियर अरुण द्रविड, प्रवीण सुरंगे आदि द्वारा नेत्रदान संकल्प पत्र एवं रक्तदान किया गया। डॉ. विश्वास पापरीकर जिंदगीभर चिकित्सीय सेवाओं में रहे तथा अपनी अंतिम क्षणों में भी किसी परिवार जनों को सेवा का अवसर न देकर चिरनिन्द्रा में विलीन हुए। 
अभय पापरीकर ने कहा कि डॉ. विश्वास की भावना के अनुरूप हम सभी की ओर से इस दिन श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी दिव्य दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। इस अवसर पर रेडक्रॉस सोसायटी के डॉक्टर व सहयोगी स्टाफ व रक्तदानदाता सदस्यों का आभार व्यक्त करते हैं।